THE SECRET OF SUCCESS:
Einstein and an assistant, having finished a paper, searched the office for a paper clip. They finally found one, too badly bent for use. They looked for an implement to straighten it, and after opening many more drawers came upon a whole box of clips. Einstein at once shaped one into a tool to straighten the bent clip. His assistant, puzzled, asked why he was doing this when there was a whole boxful of usable clips. “Once I am set on a goal it becomes difficult to deflect me,” said Einstein.
सफलता का राज:
काफी देर हो गई। इसी बीच उनका सहायक बाजार जाकर पेपर क्लिप का नया पैकेट खरीद लाया। उसने नई पेपर क्लिप लाकर कागजों में लगा दी और फिर अपने काम में जुट गया। एक-दो घंटे में अपना काम खत्म करने के बाद सहायक आइंस्टीन के पास आया तो यह देखकर दंग रह गया कि वह अभी भी उस खराब व मुड़ी हुई क्लिप को सीधा करने में लगे थे।
सहायक ने कहा, ‘सर, मुझे पेपरों को क्लिप में लगाए लगभग दो घंटे होने वाले हैं और आप अभी भी इसे सीधा करने में लगे हैं। अब इसकी कोई जरूरत नहीं है। अब तो बहुत सारी नई क्लिप आ गई हैं।’ सहायक की बात सुनकर आइंस्टीन बोले, ‘तुम अपनी जगह ठीक हो। लेकिन मैं एक बार जब अपना कोई लक्ष्य तय कर लेता हूं तो उससे हटना मेरे लिए मुश्किल हो जाता है। मैं उसे पूरी करके ही रहता हूं।’ यह सुनकर सहायक दंग रह गया। उसे आइंस्टीन की सफलता का राज समझ में आ गया।